राम न जाते हरिन संग, सीय न रावन-साथ।जो `रहीम' भावी कतहुँ, होत आपने हाथ
Arun Singh होनहार यदि अपने हाथ में होती, उस पर अपना वश चलता, तो माया-मृग के पीछे राम क्यों दौड़ते, और रावण क्यों सीता को हर ले जाता !
Arvind Mishra Ram would not have gone with the deer nor Sita with Ravan;What would happen is hardly in our hands
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