'रहिमन' नीचन संग बसि, लगत कलंक न काहि।दूध कलारिन हाथ लखि, सब समुझहिं मद ताहि
नीच लोगों का साथ करने से भला कौन कलंकित नहीं होता हैं! कलारिन(शराब बेचने वाली) के हाथ में यदि दूध भी हो, तब भी लोग उसे शराब ही समझते हैं।
If you stay with the debased why should the bad name not stick to you?;milk in the wine seller's hands is understood by all to be wine
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