Wednesday, January 20, 2010

'रहिमन' वहां न जाइये

'रहिमन' वहां न जाइये, जहां कपट को हेत।हम तो ढारत ढेकुली, सींचत अपनो खेत

ऐसी जगह कभी नहीं जाना चाहिए, जहां छल-कपट से कोई अपना मतलब निकालना चाहे। हम तो बड़ी मेहनत से पानी खींचते हैं कुएं से ढेंकुली द्वारा, और कपटी आदमी बिना मेहनत के ही अपना खेत सींच लेते हैं।
09 January at 18:13 ·

Rahim says do not go where fraud prevails;I just fill my bucket from the well and irrigate my land with it

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